Skip to content

छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी क्यों कहते है ?

छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी क्यों कहते है ?

छोटी दिवाली या छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, छोटी दिवाली हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी  को मनाया जाता है। इस साल दिवाली का पावन त्योहार 22 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। लेकिन कुछ ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि दीवाली का पावन त्योहार 23 अक्टूबर से शुरू होगा।

छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी क्यों कहते है ?
छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं

ज्योतिषाचार्यों का मानना है जो धनतेरस 22 अक्टूबर को मनाएंगे  वो 23 अक्टूबर को छोटी दिवाली और 24 अक्टूबर को दीपावली मनाएंगे, लेकिन जो 23 अक्टूबर को धनतेरस  मनाएंगे वो 24 अक्टूबर को ही छोटी दिवाली और दीपावली मनाएंगे। कुछ पंडितों का कहना है कि इस साल सूर्य ग्रहण के कारण नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली और दीपावली एक ही दिन मनाई जाएगी। उदया तिथि के अनुसार, छोटी दिवाली 24 अक्टूबर को भी मनाई जा सकती है।

छोटी दीवाली को ये उपाय करने से घर में सुख-समृद्धि आती है:-

  • उबटन लगा के सूर्योदय से पहले स्नान करें।
  • तिल का तेल से स्नान करें,स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य जरूर दें।
  • इस दिन माता कालिका की पूजा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
  • छोटी दिवाली को हनुमान जयंती भी मनाई जाती है इसलिए इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा की जाती है।
  • इस दिन भगवान  शिव और माता पार्वती को पंचामृत अर्पित करना चाहिए जिससे आपके सारे बिगड़े काम बन जाते हैं।

Read More :- भगवान धन्वन्तरि और धनतेरस में क्या सम्बंध है जाने

छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं
छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं

छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है क्यूंकि इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था और उस के बंदी गृह से 16 हज़ार से ज्यादा महिलाओं को उसके अत्याचार से मुक्त करवाया था।

नरक चतुर्दशी के दिन यमराज के नाम की दीप जलाया जाता है जिससे हम यमदीया भी कहते हैं और इस दिए को घर के दरवाज़े पे जलाते हैं जिससे कहा जाता है की इस दिन यमराज की पूजा करने से आकाल मृत्यु नहीं होती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *