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छठ पूजा के दिन छठव्रती नाक से मांग तक सिंदूर क्यों लगाती हैं?

छठ पूजा के दिन छठव्रती नाक से मांग तक सिंदूर क्यों लगाती हैं?

छठ पूजा 27 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है ऐसा माना जाता है की छठव्रती के मांग से नाक तक सिंदूर लगाकर पूजा करने से पति की उम्र लम्बी होती है और घर में सुखशान्ति,खुशहाली बनी रहती है

छठ पूजा 27 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। छठ पूजा के दिन छठव्रती नाक से लेकर मांग तक सिंदूर लगाती हैं, इसके बारे बहुत लोगों को नहीं पता है क्यों करतीं है ऐसा। इसके पीछे कुछ विशेष कारण है। ऐसा माना जाता है की छठव्रती के मांग से नाक तक सिंदूर लगाकर पूजा करने से पति की उम्र लम्बी होती है और घर में सुखशान्ति,खुशहाली बनी रहती है 

छठव्रती खरना के पारण के बाद से सुबह के अर्ध्य तक निर्जला उपवास रखती हैं। इस उपवास के दौरान जब तक सुबह का अर्ध्य नहीं हो जाता तब तक छठव्रती अपने नाक से मांग तक सिंदूर लगाती हैं। ऐसा मन जाता है जितना लम्बी उनकी सिंदूर होगी पति की उम्र उतनी बढ़ेगी और सिंदूर का कलर भी नारंगी होता है। नारंगी सिंदूर लगाने का कारन ये है की ये सिंदूर भगवान हनुमान का प्रतीक माना जाता है।

प्राचीन कथा के अनुसार एक बार हनुमान जी ने माता सीता को माँग में सिंदूर लगाते देखा तो खुद को रोक नहीं पाए की माता ने ये क्यों लगाया तो उन्होंने माता से पूछा तो माता ने कहा की इसके लगाने से भगवान श्री राम लम्बी उम्र होगी और उनकी अच्छी स्वास्थ के लिए। फिर उन्होंने ने सोचा अगर इतनी सी सिंदूर से प्रभु को इतना लाभ मिल रहा है तो क्यों न मई भी पुरे बदन में लगा लूँ तो उनको कितना लाभ मिलेगा।

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फिर उन्होंने पुरे बदन में नारंगी सिंदूर लगा लिया। उसी समय से नरगी सिंदूर भगवान हनुमान जी का प्रतीक मन गया है और जो कोई भी महिला नारंगी सिंदूर लगाती हैं उनपे भगवन हनुमान की विशेष कृपा बानी रहती है और हिन्दू सभ्यता के अनुसार किसी भी विशेष पूजा या कार्य में नारंगी सिंदूर का प्रयोग किया जाता है।

नारंगी सिंदूर लगाने का एक कारन ये भी है की ये सिंदूर सूरज भगवान के सुबह के लालिमा को दर्शाता है। छठ पूजा तो होता ही है भगवान सूर्य के लिए। सिंदूर नाक से लेके मांग तक लगाने के पीछे एक और कारन है माता पार्वती। मन जाता है जब माता पार्वती ने जब रक्तबीज राक्षस का वध किया था तो उस टाइम उनकी मांग की सिंदूर बह के नाक तक आ गयी थी इसलिए तब से महलिये सिंदूर नाक तक करती है।

छठ पूजा के दिन छठव्रती  1
छठ पूजा के दिन छठव्रती 1

सिंदूर हर विवाहित महिला के सोलह श्रृंगार का हिस्सा मन जाता है। यही कारण है कि केवल शादीशुदा महिलाएं ही सिंदूर लगाती हैं। सिंदूर लगाने से न केवल महिलाओं की खूबसूरती बढ़ती है बल्कि इससे कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार सिर दर्द और नींद न आने जैसी समस्याओं से बचने के लिए महिलाओं को सिंदूर लगाना चाहिए।

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