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चिकन पॉक्स (Checken Pox) – कारण, लक्षण और 8 घरेलु उपचार (Chicken Pox – Causes, Symptoms, and 8 important Home Remedies in Hindi)

चिकन पॉक्स (Checken Pox) - कारण, लक्षण और 8 घरेलु उपचार (Chicken Pox - Causes, Symptoms, and 8 important Home Remedies in Hindi)

चिकन पॉक्स (Chicken Pox) एक वायरल संक्रमण है। यह बचपन की एक आम बीमारी है। यह कई मामलों में हल्का होता है और दूसरों में गंभीर हो सकता है। चिकन पॉक्स (Checken Pox) का इलाज करने के लिए घरेलू उपचार, दवाएं और टीके हैं।

चेचक (chicken pox)  एक तरह की गंभीर बीमारी है जिसमे  शरीर में दाने से उभर आते हैं और बहुत दर्द और खुजली भी होती है। इसमें  रोगी को कमजोरी तो होता  ही है, साथ ही साथ  बुखार भी आता  है। चेचक(checken pox) किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है।यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक रोगी से दूसरे व्यक्ति को हो सकती है। चेचक (chicken pox) दो प्रकार के होते हैं 1. छोटी चेचक 2. बड़ी चेचक

चेचक के  कारण
चेचक के  कारण

चेचक के कारण(Chicken Pox is caused by) :-

चेचक(checken pox) एक विषाणु से होती  है। इस रोग में  विषाणु त्वचा की छोटी रक्त वाहिकाएं, मुंह और गले में असर करते  हैं। इसके लिए दो तरह के विषाणु उत्तरदायी माने जाते हैं :-

1. वायरोला मेजर

2. वायरोला माइनर

 ‘वायरोला माइनर’विषाणु कम खतरनाक है। इसमें मृत्यु बहुत कम होती है।

 ‘वायरोला मेजर’ इसके विषाणु माइनर की तुलना में ज्यादा खतरनाक  होते हैं। इसमें  मृत्यु होने की अधिक संभावना होती है। इसके होने से चेहरे पर दाग, अंधेपन जैसी समस्याएं हो जाती हैं।

छोटी चेचक और बड़ी चेचक में क्या अन्तर है :-

दोनों चेचक में ही दाने निकलते हैं। इनमें मुख्य अंतर यह होता है कि बड़ी माता में दाने बड़े होते हैं, और छोटी माता के दाने छोटे होते हैं। जब भी आप चेचक(checken pox) का घरेलू उपाय करें तो पहले बीमारी की पहचान कर लें ये कौन सा है । बड़ी चेचक के दानों में पीव या मवाद या पस भर जाता है। ये बीच में से फट जाते हैं, और फिर सूख जाते हैं। इनमें से पपड़ी सी उतर जाती है।

छोटी माता के दाने छोटे होते हैं। यह बीच में से फटते नहीं बल्कि सीधे सूख जाते हैं। इनमें से पपड़ी भी नहीं उतरती। प्रायः यह बीमारी बच्चों को छोटी उम्र में ही होती है।

चेचक के लक्षण
चेचक के लक्षण

चेचक के लक्षण (Chicken Pox Symptoms) :-

1. तेज बुखार आना

2. शरीर पर लाल दाने दिखना और  इनमें बहुत खुजली होना

3. बार-बार गला सूखना

4. शरीर में दर्द तथा ऐंठन रहना

5. बार-बार उल्टी आना

6. सिर दर्द होना

7. गले में सूजन, खांसी होना

चिकन पॉक्स फैलता है (Chicken Pox spread through) :-

1. चेचक से पीड़ित के खांसने और छींकने

2. पीड़ित के फफोले से निकलने वाले द्रव्य पदार्थ के लग जाने से

3. जिस पीड़ित को दाद हो रखे हो उसके संपर्क में आने से 

चेचक का घरेलू उपाय
चेचक का घरेलू उपाय

चेचक का घरेलू उपाय (Home Remedies for Chicken Pox) :-

1. गाजर और धनिया पत्ती दोनों का  मिश्रण एक  एंटी-ओक्सिडेंट होता हैं। एक कप गाजर के टुकड़े, और डेढ़ (1.5) कप धनिया के पत्ते कटे हुए ढाई (2.5) कप पानी में उबाल लें। आधा रह जाने पर उसे पिने से चेचक में सुधर होता है।

2. नीम के पत्ते को पानी के साथ पीसकर प्रभावित भाग पर लगाएं और  नीम के पत्तों को पानी में उबालें, और इस पानी को नहाने में प्रयोग करेंजिससे  चेचक के फैलने की संभावना कम होती है और दर्द से राहत मिलती है।

3. 1 चम्मच प्याज के रस में 2-3 काली मिर्च पीसकर कुछ दिन तक दिन में 2-3 बार पिएं।

4. चेचक (chicken pox)  के समय शरीर में काफी खुजली होती है। इससे बचने के लिए जई के आटे को पानी में मिलाकर लगभग 15 मिनट तक उबालें। इस पानी को बाथ टब में नहाने से खुजली से राहत मिलती है।

5. आधा कप सिरके को नहाने के पानी में डालकर स्नान करने से शरीर में जलन काम होती है। 

6. हरी मटर को पानी में पकाएं, और इस पानी को शरीर में लगाने से चेचक में होने वाले लाल चकत्ते समाप्त हो जाते हैं।

7. बेकिंग सोडा में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो घाव को भरकर संक्रमण को दूर करता हैइसलिए  आधा चम्मच बेकिंग सोडा पानी में मिला के किसी साफ कपड़े को  भिगोकर प्रभावित भाग पर लगाने से दर्द काम होता है।

8. शहद में एंटी बायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में मौजूद किसी भी संक्रमण को मिटाने में सहायक होते हैं। प्रभावित भाग पर शुद्ध शहद को लगाएं। यह प्रक्रिया 2-3 बार दोहराएं।

चेचक में सावधानियां (Precautions in Checken Pox) :-

1. घी और तेल युक्त खाना नहीं खाएं।

2.  छोटे बच्चों को चेचक हो, तो उसके हाथों में कपड़ा बांध दें,  ताकि वह अपने शरीर को खुजला ना सके।

3. रोगी का बिस्तर, कपड़ा, तौलिया आदि सभी कुछ साफ-सुथरा, और अलग रखें।

4. रोगी के कपड़े और तौलिये आदि को रोज नीम के पानी या डिटॉल मिले पानी से धोएं।

चेचक का टीकाकरण (Chicken Pox Vaccine) :-

वर्तमान में यह रोग बहुत ही कम देखा जाता है। आजकल सरकार द्वारा शिशु को 3-6 माह की अवस्था में चेचक रोग के टीके दिए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाने वाली दवा (Varicella vaccine) से चेचक (chicken pox) पर बहुत हद तक नियंत्रण पाया जा चूका है।

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