मृगछाला या किसी गर्म कपड़े पर सूती कपड़ा बिछा कर आसन करें 

प्रतिदिन श्रद्धापूर्वक, दीर्घकाल तक निश्चित समय और काफी प्रकाश वाले एकान्त स्थान पर आसन करने से अच्छा लाभ होता है

भारी व्यायाम या शक्ति से अधिक श्रम करने वालों को आसन नहीं करने चाहिए  

पुरुषों को लंगोट लगाकर ही आसन करना चाहिए  

आसन कर चुकने के आधे घंटे बाद भोजन किया जा सकता है एवं भोजन के पांच छः घंटे बाद आसन किये जा सकते हैं